Panchayat Season 4 Review : नमस्कार दोस्तों! इस ब्लॉग में हम चर्चा करेंगे “Panchayat Season 4 Review: ग्राम ‘पंचायत’ फुलेरा से ग्रामीण जीवन लापता…” विषय पर। जैसा कि ट्रेंडिंग हैशटैग्स और दर्शकों की प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट है, यह सीजन काफी चर्चा में है।
1. सीज़न 4 का सारांश – “क्या अच्छा, क्या कमी?”
- भावनात्मक गहराई: इस बार फोकस अधिक राजनीति और रिश्तों पर रहा।
- CAT क्लियरिंग मोमेंट: सचिव जी ने CAT में 97% पर्सेंटाइल प्राप्त किया – एक बड़ा ट्विस्ट!
- राजनीतिक गतिविधियाँ: प्रधान जी हार गए, लेकिन Kranti Devi जीतीं, जिससे फुलेरा का सत्तानाट्य और भी उभर कर आया।
- व्यंग्य और हास्य में कमी: दर्शकों ने कहा “कमेडी फीकी”, “स्क्रिप्ट ड्रैग्ड” और “सबसे कमजोर सीजन”
2. ग्राम पंचायती का जीवन – क्या खोया, क्या नया मिला?
- मनरेगा का विश्वास टूटा: गाँव में जेसीबी से काम कराने की चर्चा से मनरेगा का मूल भाव गायब लगता है।
- तकनीकी हस्तक्षेप: आधुनिकता का प्रभाव दिखता है, लेकिन क्या ग्रामीण संस्कृति इससे दांव पर लगी?
- प्यार और शिक्षा: रिंकी–अभिषेक का इमोशनल सुर भी कहानी की जान है, लेकिन क्या ये रफ्तार धीमी कर रहा है?
3. दर्शकों की राय – सोशल मीडिया रिएक्शन
- X (Twitter) पर वायरल कमेंट्स:“Feels boring in some parts… Less comedy this time.”
“#Panchayatseason4 the worst season of all… Disappointing.”
- मराठी / हिंदी प्रतिक्रियाएँ: भावनात्मक ट्विस्ट पसंद आने के बावजूद, “कहानी दिशाहीन”, “ड्रामा ज़्यादा” जैसी टिप्पणियां भी हुईं
4. बेहतर पॉइंट्स
- शानदार एक्टिंग: जितेंद्र कुमार, रघुबीर यादव, नीना गुप्ता आदि ने गहराई से निभाए किरदार।
- राजनीति + इमोशन्स: Pradhan जी की हार और सचिव जी का CAT पास होना – दोनों बड़े ट्विस्ट।
5. कुछ मुद्दे, कुछ सुझाव
- रफ्तार धीमी: ह्यूमर की कमी से कहानी की ऊर्जा थोड़ी मंद महसूस हुई।
- जवाबदेही का सवाल: जेसीबी पर भरोसा कहाँ तक ठीक है?
- आगे क्या?: उम्मीद है सीजन 5 में फुलेरा का वो पुराना जादू लौटेगा।
6. निष्कर्ष – आपको देखना चाहिए या नहीं?
यदि आप गहरे इमोशन्स और राजनीति की तह में जाना पसंद करते हैं तो देख सकते हैं।
लेकिन अगर आप जिंदगी का पंच और हास्य चाहते हैं, तो शायद ये सीजन थोड़ा फीका पड़ सकता है।
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अंत में
इस ब्लॉग में हमने Panchayat Season 4 Review को गाँव की भाषा और सोशल मीडिया ट्रेंड्स के साथ बांधा है। हमें उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉग पसंद आया होगा – अगर हाँ, तो शेयर जरूर करें, देसी अंदाज में!