पुष्पा 2: फिल्म का परिचय
‘पुष्पा: द राइज’ की शानदार सफलता के बाद, दर्शकों की उम्मीदें इसके सीक्वल ‘
पुष्पा 2: द रूल’ से और भी बढ़ गई थीं। सुकुमार द्वारा निर्देशित और अल्लू अर्जुन द्वारा अभिनीत यह फिल्म एक्शन, इमोशन और ड्रामा का परफेक्ट मिश्रण पेश करती है। क्या पुष्पा राज अपनी नई कहानी के साथ दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरा उतर पाए हैं? आइए, जानते हैं।
कहानी का सार
फिल्म की कहानी पुष्पा (अल्लू अर्जुन) की बचपन से संघर्षपूर्ण यात्रा को दर्शाती है। कैसे पुष्पा जंगलों से चंदन तस्करी के बाद समाज का एक लीडर बनता है, यह फिल्म का मुख्य फोकस है।
पुष्पा और श्रीवल्ली
श्रीवल्ली (रश्मिका मंदाना) के साथ पुष्पा का रिश्ता और गहराई पाता है, लेकिन इस बार नए किरदार श्रीलीला की एंट्री फिल्म में एक नया ट्विस्ट लाती है।
फहद फासिल का किरदार
फहद फासिल का किरदार भंवर सिंह शेखावत और पुष्पा के बीच की टकराव को बढ़ाता है।
अभिनय और परफॉर्मेंस
अल्लू अर्जुन: पुष्पा के रूप में अल्लू अर्जुन ने इस बार भी अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। उनके संवाद और एक्शन सीक्वेंस फिल्म का हाईलाइट हैं।
रश्मिका मंदाना
रश्मिका ने श्रीवल्ली के किरदार में अच्छा काम किया, लेकिन उनके किरदार को और अधिक विस्तार दिया जा सकता था।
श्रीलीला : श्रीलीला की परफॉर्मेंस औसत रही। उनकी मौजूदगी दर्शकों पर वैसा असर नहीं छोड़ पाई जैसी उम्मीद थी।
फिल्म की खासियतें
- सिनेमैटोग्राफी
- चंदन के जंगलों की खूबसूरती और एक्शन सीन को पोलिश सिनेमैटोग्राफर कुबा ब्रोजेक ने बेहतरीन ढंग से फिल्माया है।
- एक्शन और ड्रामा
फिल्म का क्लाइमेक्स एक्शन और इमोशन का शानदार संयोजन है।
संगीत
देवी श्री प्रसाद का बैकग्राउंड स्कोर प्रभावी है, लेकिन गाने पहले जैसी छाप नहीं छोड़ते।
फिल्म की कमजोरियां
- फिल्म की लंबाई तीन घंटे से अधिक है, जो दर्शकों को थोड़ा खींचा हुआ लग सकता है।
- कुछ किरदारों को स्क्रीन पर ज्यादा समय नहीं दिया गया।
- श्रीलीला और रश्मिका के किरदारों की तुलना में समांथा की उपस्थिति को याद किया गया।
फिल्म क्यों देखें?
अगर आप एक्शन, ड्रामा और इमोशन से भरी फिल्मों के शौकीन हैं, तो ‘पुष्पा 2’ आपके लिए एक शानदार एंटरटेनमेंट पैकेज है।